एक महीने बाद डीसी ऑफिस से निकला आरओबी का मंजूरी पत्र एसडीएम ने दो घंटे में रिपोर्ट तैयार कर एनओसी के लिए भिजवाया

डेढ़ वर्ष पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर द्वारा दादरी-रोहतक रोड रेलवे फाटक पर आरओबी बनाने की घोषणा का मंजूरी लेटर पीडब्लूडी एक्सईएन बाई हैंड तो चंडीगढ़ से ले आए थे। लेकिन पिछले एक महीने से डीसी ऑफिस में एनओसी के लिए फाइल अटकी पड़ी थी। एनआेसी लेने के लिए पीडब्लूडी की तरफ से दो बार रिमाइंडर भी डाला जा चुका था।
पीडब्लूडी एक्सईएन से सीधा यह लेटर गुरुवार को एसडीएम ने मंगवा लिया और एक घंटे में ही अपनी रिपोर्ट तैयार कर डीसी कार्यालय को एनओसी देने के लिए भेज दी। यह प्रोजेक्ट पहले भी दो तीन बार मंजूर होकर रद्द हो चुका है। अब इसे सिरे चढ़ाने को पीडब्लूडी एक्सईएन व एसडीएम ने एनओसी की मंजूरी के लिए निरीक्षण अपनी रिपोर्ट डीसी कार्यालय को भेज दी है।
ताकि 30 सितंबर को डीसी की रिटायरमेंट से पहले ही एनओसी मिल सके और आरओबी की मंजूरी के लिए रेलवे को फाइनल रिपोर्ट के साथ एनओसी भेजी जा सके। राजस्थान से चंडीगढ़ जाने के लिए चरखी दादरी मुख्य शहर पड़ता है। अगर इस रेलवे फाटक से निकलने वाले वाहनों की बात करें तो औसतन प्रतिदिन यहां से 20 हजार से अधिक वाहन आते जाते हैं।
कांग्रेस के दूसरे कार्यकाल में हुआ था रद्द
कांग्रेस सरकार के पहले कार्यकाल में सन् 2006 में दादरी विधायक ने लोगों की समस्या देखते हुए इस रेलवे फाटक पर आरओबी का प्रोजेक्ट मंजूर करवा दिया था। मगर कांग्रेस सरकार के दूसरे कार्यकाल में ही कांग्रेस सरकार ने इस प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया था। वहीं अब भाजपा ने अपने पहले कार्यकाल में सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इस आरओबी को मंजूरी दे दी थी। सामान्य दिनों में दादरी रेलवे स्टेशन से हररोज करीब 26 माल व सवारी ट्रेनें गुजरती हैं। इनमें 16 ट्रेनें सवारी होती हैं तो 10 ट्रेन मालगाड़ी निकलती हैं। एक ट्रेन आने पर करीब 20 मिनट तक रेलवे फाटक बंद रहता है।
इसी आधार पर 26 ट्रेन निकलने पर 24 घंटे में 8 घंटे ट्रेनों के कारण फाटक बंद रखना पड़ता है। कई बार तो ट्रेनों में थोड़ी बहुत खराबी होने या चेन खिंचने पर ट्रेन के लिए 30 से 40 मिनट भी फाटक बंद रखना पड़ जाता है। जिस कारण फाटक खुलने का इंतजार करने वाले वाहन चालकों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। कई बार तो एंबुलेंस भी इस फाटक पर लगे जाम में फंस जाती हैं।
निर्माण के लिए जरूरी शर्तें की जा चुकी पूरी
दादरी-रोहतक रोड रेलवे फाटक से आने जाने वालों की संख्या करीब 3 लाख तक होनी चाहिए। एक्सईएन पीडब्लूडी पहले ही निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार कर चुके हैं। वहीं गुरुवार को खुद एसडीएम ने बाई हैंड पीडब्लूडी से लेटर मंगा इस की रिपोर्ट तैयार कर दी है और एनओसी की मंजूरी के लिए डीसी कार्यालय के पास भी भेज दी है।
दो बार रिमाइंडर पर भी नहीं मिली मंजूरी : एक्सईएन
पीडब्लूडी एक्सईएन एस दलाल ने कहा कि उन्होंने आरओबी की मंजूरी का लेटर लाने के बाद एनओसी के लिए डीसी कार्यालय में फाइल भेजी थी। इसके बाद दो बार फिर रिमाइंडर भेजे जा चुके हैं। लेकिन अभी तक एनओसी नहीं मिली। एनओसी मिलने के बाद ही रेलवे को मंजूरी के लिए लेटर भेजा जाएगा।
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