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बिजली निगम सेक्टर-33 में नहीं दे रहा नये कनेक्शन, तर्क-ओवरलोड है, लगाने थे 130 से ज्यादा ट्रांसफार्मर, नहीं लगे

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सेक्टर 33 में मकान बनाने वालाें के लिए हुडा व बिजली निगम ने परेशानी खड़ी कर दी है। सिस्टम ओवरलाेड के चलते बिजली निगम ने इस सेक्टर में नए कनेक्शन न देने के आदेश जारी किए हैं। गुस्साई आरडब्लूए ने इसे बिजली निगम का फरमान बताया है। मगर बिजली निगम अफसर इसे हुडा की गलती बता रहे हैं। पजेशन देने से पहले हुडा काे सेक्टर डिवेलप करने के नाम पर ये सब तैयारी कर लेनी चाहिए थी। अब हुडा की बेपरवाही और बिजली निगम के इस तरह के फरमान से सेक्टर के लाेगाें काे परेशानी झेलनी पड़ रही है।

पढ़िए... बिजली निगम ने क्या बनाया कनेक्शन न देने का आधार, गर्मी में लोग कैसे झेल रहे परेशानी
सेक्टर 33 रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान राजपाल नैन ने बताया कि दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) को पत्र जारी किया है कि आपके आधीन आने वाले सेक्टर 33 में किसी भी मकान मालिक या प्लाॅट धारक को बिजली के ओवरलोड के चलते नया कनेक्शन नहीं दिया जाएगा। नैन का कहना है कि दाे विभागाें के अधिकारियों की लापरवाही के कारण परेशानी झेलनी पड़ रही है।

एसोसिएशन प्रधान राजपाल नैन ने बताया कि उपायुक्त, मेयर व विधायक व बिजली मंत्री के दरबार में अपनी समस्या की गुहार लगाने के बाद सेक्टर में बिजली की संतोषजनक आपूर्ति के लिए 3 ट्रांसफार्मर उपलब्ध हुए, लेकिन बड़े खेद की बात है कि 6 दिन गुजरने के बाद भी अभी तक इन ट्रांसफार्मरों को चालू नहीं किया गया है।

जानिए... क्या कहता है नियम
दरअसल हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण का सेक्टर सरकार द्वारा नियमानुसार पूरी प्रक्रिया के बाद ही अस्तित्व में आता है। यानी डिवेलपमेंट की पूरी प्रक्रिया के बाद ही पजेशन दी जाती है। यहां हुडा ने भी गलती कि है जिसका खामियाजा लाेगाें काे भुगतना पड़ रहा है। प्लाॅट धारक मकान का नक्शा लेने के बाद बिजली व पानी आदि की सुविधा प्रदान करना हुडा की जिम्मेवारी है। दूसरा नियम के हिसाब से बिजली पानी व सीवरेज व्यवस्था मूलभूत सुविधा का हिस्सा है यह सुविधा देने से संबंधित विभाग भी इनकार नहीं कर सकता।

एसाेसिएशन का दावा 2 साल में बन जाएंगे 1100 से ज्यादा मकान
एसोसिएशन प्रधान राजपाल नैन ने दावा किया है कि जिस गति से सेक्टर में मकानों का निर्माण किया जा रहा है उससे लगता है कि आगामी 2 वर्षोंं 1100 से ज्यादा मकानों का निर्माण हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि निकट भविष्य को देखते हुए यदि सरकार व विभागीय प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया तो सेक्टरवासियों को बिजली की बेहद गंभीर समस्या से गुजरना पड़ेगा। उन्हाेंने कहा कि सेक्टरवासियाें में राेष है इसी मामले काे लेकर सेक्टरवासियाें की 27 जून शनिवार काे मीटिंग बुलाई गई है।

फैक्ट फाइल

  • वर्ष 2017 में हुडा ने सेक्टरवासियाें काे पजेशन लेटर जारी किए।
  • सेक्टर 33 में 200 से ज्यादा लाेगाें काे बिजली के कनेक्शन मिले हुए हैं।
  • 15 लाेगाें ने फिलहाल कनेक्शन के लिए अावेदन किया हुअा है।
  • कुल प्लाॅट सेक्टर में 2300 हैं।
  • बिजली निगम और हुडा अफसरों के तर्क

सतीश कुमार, एक्सईएन, बिजली निगम: हुडा काे सेक्टर में 130 से ज्यादा ट्रांसफार्मर लगाने थे। जाे नहीं लगाए। 33 केवी सब स्टेशन तैयार कराना था वह भी नहीं कराया। यहां सब स्टेशन के लिए पिछले 2 साल से जमीन के लिए बार-बार बिजली निगम की तरफ से लेटर लिखे जा चुके हैं जमीन नहीं दी गई। अब जाकर डिपाेजिट वर्क में 3 ट्रांसफार्मर लगवाए थे जाे हमने लगा दिया।

अनिल माेर, एचएसवीपी यानी हुडा के संबंधित एरिया के जेई: इन सबके लिए लाॅकडाउन से पहले डीएनआईटी मुख्यालय में भेजी थी मगर यह अप्रूव हाेकर नहीं आई। हुडा के अब सब कार्य सीए की अप्रूवल के बाद ही हाे पाते हैं। यह उच्च स्तर के अधिकारियाें का मामला है। हमने तीन ट्रांसफार्मर डिपाेजिट वर्क के तहत लगवाए भी हैं।



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